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    Banega Swasth India Hindi Podcast

    'बनेगा स्वस्थ इंडिया' पॉडकास्ट में आपका स्वागत है. यहां हम स्वास्थ्य के बारे में बात करते हैं, स्वास्थ्य के समग्र दृष्टिकोण पर शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर फोकस होता है. स्वस्थ भारत बनाने और 'लक्ष्य, संपूर्ण स्वास्थ्य का' के साथ ही किसी को पीछे नहीं छोड़ना है, जहां नागरिक, व्यक्ति, समाज और सरकारें काम करती हैं. स्वास्थ्य और स्वच्छता पर भारत के सबसे बड़े और सबसे लंबे समय तक चलने वाले हेल्थ कैंपेन के बारे में और जानें, NDTV-Dettol Banega Swasth India - ndtv.com/swasthindia पर
    hiNDTV52 Episodes

    Episodes (52)

    HIV से लड़ने में असमानताओं को खत्‍म करने में समावेशन अहम है: श्रीगौरी सावंत, ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता

    HIV से लड़ने में असमानताओं को खत्‍म करने में समावेशन अहम है: श्रीगौरी सावंत, ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता
    विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, ट्रांसजेंडर लोगों में प्रजनन आयु के अन्य वयस्कों की तुलना में एचआईवी पॉजिटिव होने की संभावना लगभग 13 गुना अधिक है, कानूनी बाधाएं, भेदभाव और हिंसा सहित कई अन्‍य मुद्दों के कारण वह स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच नहीं पाते. इसके अलावा, ट्रांसजेंडर को पारिवारिक अस्वीकृति और शिक्षा, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा के अपने अधिकारों के छिनने का अनुभव हो सकता है. इस विश्व एड्स दिवस पर, हमने श्रीगौरी सावंत, ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट और ट्रस्टी, साईं सावली फाउंडेशन ट्रस्ट के साथ बात की और जाना कि असमानताओं और एड्स को समाप्त करने के लिए समावेश और विविधता क्यों जरूरी है.

    जलवायु आपातकाल पर UNEP की सद्भावना राजदूत दीया मिर्जा की राय

    जलवायु आपातकाल पर UNEP की सद्भावना राजदूत दीया मिर्जा की राय
    जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (IPCC) ने चेतावनी दी है कि यह मानवता के सामने सबसे बड़ा खतरा है. वैज्ञानिकों ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है. ग्लोबल वार्मिंग को सीमित करने और जलवायु आपातकाल पर कार्रवाई करने के लिए हमें क्या करने की जरूरत है? क्या वैश्विक तापमान में वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने का महत्वपूर्ण लक्ष्य संभव है? अभिनेत्री, यूएनईपी सद्भावना राजदूत, एसडीजी के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव की एडवोकेट दीया मिर्जा से फेसबुक लाइव सेशन में इन सवालों पर की गई चर्चा. ट्यून इन करें.

    COP26 जलवायु शिखर सम्मेलन के मुख्य अंश क्या हैं?

    COP26 जलवायु शिखर सम्मेलन के मुख्य अंश क्या हैं?
    क्या COP26 शिखर सम्मेलन जलवायु संकट के लक्ष्यों की ओर ले गया है? क्या हम जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पर्याप्त प्रयास कर रहे हैं? 'बनेगा स्वस्थ इंडिया पॉडकास्ट' की इस कड़ी में सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट की महानिदेशक सुनीता नारायण ने इन सवालों के जवाब दिए. उन्होंने COP26 के कई मुख्य बिंदुओं के जरिए इस मुद्दे को समझाया.

    जलवायु परिवर्तन ग्लोबल हंगर को कैसे बढ़ा रहा है?

    जलवायु परिवर्तन ग्लोबल हंगर को कैसे बढ़ा रहा है?
    विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि जलवायु परिवर्तन मानवता के सामने सबसे बड़ा स्वास्थ्य खतरा है और 31 अक्टूबर से शुरू होने वाले ग्लासगो में सीओपी26 वैश्विक जलवायु सम्मेलन में सरकारों से जलवायु कार्रवाई को आगे बढ़ाने का आह्वान किया है. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि जलवायु परिवर्तन है जो वैश्विक स्तर पर हंगर और फूड सेफ्टी के मुद्दों को भी हवा दे रहा है. जलवायु परिवर्तन हमारी फूड सेफ्टी को कैसे प्रभावित कर सकता है? क्या ग्लोबल वार्मिंग से ग्लोबल हंगर में बढ़ोत्तरी हो सकती है? इन सभी बारे में हमने आगामी सीओपी26 जलवायु शिखर सम्मेलन के लिए संयुक्त राष्ट्र वर्ल्ड फूड प्रोग्राम में एसडीजी मैनेजर, प्रज्ञा पैठंकर के साथ फेसबुक लाइव चर्चा में बात की.

    फेस्टिव सीज़न में पौष्टिक भोजन का विकल्प कैसे चुनें?

    फेस्टिव सीज़न में पौष्टिक भोजन का विकल्प कैसे चुनें?
    फेस्टिव सीज़न में फिट रहना और स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद मुश्किल हो जाता है, COVID-19 महामारी के साथ स्वास्थ्य का ध्यान रखना और भी ज्यादा ज़रूरी हो जाता है. त्योहारों के दौरान हैल्दी रहने के लिए स्वस्थ रहने के तरीके, क्या खाएं और क्या नज़रअंदाज़ करें, इन सभी सवालों के बारे में हमने न्यूट्रीवेल हेल्थ की संस्थापक डॉ. शिखा नेहरू शर्मा से बात की.

    ग्लोबल हैंडवाशिंग डे और कोविड-19 के बाद इसका महत्व

    ग्लोबल हैंडवाशिंग डे और कोविड-19 के बाद इसका महत्व
    बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य पाने और कीटाणुओं को हमारे अंदर का रास्‍ता देने, दोनों का ही मार्ग हमारे हाथ हैं. यह आपके हाथ हैं जो किसी भी चीज को छूते हैं. यही वजह है कि उनके सबसे ज्यादा दूषित होने की संभावना है. इसलिए नियमित रूप से साबुन से हाथ धोने की सलाह दी जाती है. वैश्विक हैंडवाशिंग दिवस पर, हर साल 15 अक्टूबर को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों को यह शिक्षित करना है कि साबुन से हाथ धोना बीमारियों को रोकने का एक आसान, प्रभावी और किफायती तरीका है और यह जीवन बचाता है. इस बारे में हमने बात की पद्म श्री पुरस्कार विजेता, स्वास्थ्य विशेषज्ञ और पर्यावरणविद् डॉ इंदिरा चक्रवर्ती से. बनेगा स्वस्थ इंडिया पॉडकास्ट के इस एपिसोड में, डॉ चक्रवर्ती से जानें हाथ धोने और स्वच्छता और पोषण के बारे में जानकारी. ट्यून इन करें.

    World Mental Health Day 2021: अपने आप, अपनी भावनाओं और विचारों को अनम्यूट करें, मनोचिकित्सक डॉ. समीर पारिख ने कहा

    World Mental Health Day 2021: अपने आप, अपनी भावनाओं और विचारों को अनम्यूट करें, मनोचिकित्सक डॉ. समीर पारिख ने कहा
    मानसिक स्वास्थ्य उन विषयों में से एक है जिनपर अकसर चर्चा नहीं की जाती. 2017 में भारत में 197.3 मिलियन लोग यानी सात में से एक व्यक्ति कई मानसिक विकारों से पीड़ित थे. विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना महामारी ने इस मुद्दे को और बढ़ा दिया है और अब समय आ गया है कि हम बातचीत से समाधान की ओर बढ़ें. 'बनेगा स्वस्थ इंडिया' पॉडकास्ट की इस कड़ी में हम फोर्टिस हेल्थकेयर में फोर्टिस नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम के निदेशक डॉ समीर पारिख से मानसिक स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं को समझने के लिए बात कर रहे हैं क्योंकि मानसिक स्वास्थ्य मायने रखता है. कोविड के बाद के समय में मानसिक स्वास्थ्य पर बातचीत में हमारे साथ जुड़ें.

    COVID Warriors: मिलिए महामारी के दौरान 4,000 से ज्‍यादा शवों का संस्‍कार करने वाले इंसान से

    COVID Warriors: मिलिए महामारी के दौरान 4,000 से ज्‍यादा शवों का संस्‍कार करने वाले इंसान से
    बीमारी से निपटने से लेकर अपने प्रियजनों की जान बचाने के लिए संघर्ष करने तक, कोविड-19 महामारी ने शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से लगभग सभी को प्रभावित किया. संकट के इस समय में, कई संगठनों और व्यक्तियों ने संकट में पड़े लोगों की मदद करने और कोव‍िड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई को मजबूत करने के लिए कदम बढ़ाया है. ऐसा ही एक समूह 'शहीद भगत सिंह सेवा दल' है, जिसने कोविड-19 में अपनी जान गंवाने वाले लोगों का अंतिम संस्कार करने का जिम्मा अपने ऊपर लिया. बनेगा स्वस्थ इंडिया पॉडकास्ट की इस कड़ी में, हम डॉ जितेंद्र सिंह शंटी, पद्म श्री अवार्डी और अध्यक्ष, शहीद भगत सिंह सेवा दल से उनके काम के बारे में बात करेंगे, टीम द्वारा पहली बार देखी गई पीड़ा की दिल दहला देने वाली कहानियां और कैसे कोविड योद्धाओं ने महामारी के दौरान 4,000 से अधिक शवों का अंतिम संस्कार किया... जैसी जानकारी के लिए इस पॉडकास्‍ट से जुड़ें.

    दिव्‍यांगों के लिए समावेशी समाज बनाने पर पैरालिंपियन दीपा मलिक की राय

    दिव्‍यांगों के लिए समावेशी समाज बनाने पर पैरालिंपियन दीपा मलिक की राय
    'बनेगा स्वस्थ इंडिया पॉडकास्ट' की इस कड़ी में, हम दिव्‍यांगों के सामने आने वाली चुनौतियों और एक समावेशी समाज का निर्माण करने के लिए भारत की पहली पैराप्लेजिक महिला बाइकर, तैराक, रैलीस्टि और पहली महिला पैरालंपिक पदक विजेता डॉ. दीपा मलिक से मिलेंगे. डॉ. मलिक लगातार सभी बाधाओं से ऊपर उठकर दो दशकों से अधिक समय से लकवा की शिकार होने के बावजूद बहादुरी से, दिव्‍यांग लोगों को 'व्हीलिंग हैप्पीनेस' के माध्यम से सक्षम कर रही हैं.

    जानिए उदयपुर के लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ कैसे कर रहे हैं हाशिए पर खड़े लोगों की मदद

    जानिए उदयपुर के लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ कैसे कर रहे हैं हाशिए पर खड़े लोगों की मदद
    COVID-19 महामारी ने एक-दूसरे की मदद करने की आवश्यकता को बढ़ाया है. इसने हमें 'एक विश्‍व' के बारे में फिर से सोचने पर मजबूर किया है कि दुनिया भर के लोग आपस में जुड़े हुए हैं - उनका स्वास्थ्य और कल्याण इस बात पर निर्भर है कि वे एक-दूसरे के साथ कैसा व्यवहार करते हैं. बनेगा स्वस्थ इंडिया पॉडकास्ट की इस कड़ी में, उदयपुर के लक्ष्यराज सिंह मेवाड़, ट्रस्टी, महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन, 77वें उत्तराधिकारी और 1500 साल पुराने हाउस ऑफ मेवाड़ के वंशज हमें बताएंगे कि कैसे एक अधिक समावेशी, जुड़ाव और बेहतर विश्‍व का निर्माण किया जा सकता है. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने अपने परोपकारी कार्यों के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में चार रिकॉर्ड दर्ज किए हैं- जिनमें, एक घंटे में दान किए गए अधिकांश व्यक्तिगत स्वच्छता उत्पाद, रीसायकल/ दान के लिए कपड़ों का सबसे बड़ा संग्रह, 24 घंटे में स्कूल आपूर्ति का सबसे बड़ा दान और पौधे लगाना शामिल हैं.

    COVID-19 के दौर में एक्‍स्‍पर्ट यास्मीन कराचीवाला दे रही हैं एक्‍सरसाइज से जुड़े सवालों के जवाब

    COVID-19 के दौर में एक्‍स्‍पर्ट यास्मीन कराचीवाला दे रही हैं एक्‍सरसाइज से जुड़े सवालों के जवाब
    COVID-19 महामारी ने फिट और हेल्‍दी रहने के महत्व को फिर से जीवंत कर दिया है. लोकप्रिय कहावत 'स्वास्थ्य ही धन है' पहले कभी इतनी सही नहीं लगी थी. लेकिन महामारी के इस समय में, जहां तेजी से भागती दुनिया ठप हो गई है, कोई अपनी फिटनेस को कैसे कायम रख सकता है? कोविड-19 महामारी के बाद, क्या हम फिटनेस को लेकर अधिक जागरूक हो गए हैं? स्वस्थ होने का क्या मतबल है? ये सब जानना जरूरी हो गया है. बनेगा स्वस्थ इंडिया पॉडकास्ट के इस एपिसोड में, हम सेलिब्रिटी पिलेट्स मास्टर इंस्ट्रक्टर यास्मीन कराचीवाला से बात करेंगे, जो मानती हैं कि फिट रहना कोई जादू नहीं है. फिटनेस इंडस्‍ट्री में तीन दशकों का अनुभव रखने वालीं कराचीवाला फिटनेस से जुड़े सवालों का दे रही हैं जवाब.

    पोषण विशेषज्ञ तपस्या मुंद्रा से मोटापे और डाइट पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

    पोषण विशेषज्ञ तपस्या मुंद्रा से मोटापे और डाइट पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
    हेल्‍थ एक्‍सपर्ट के अनुसार, मोटापा अन्य गैर-संचारी रोगों को जन्म दे सकता है. लेकिन मोटापा क्या है और यह अधिक वजन से कैसे अलग है? COVID-19 महामारी के दौरान लोग अपने बॉडी वेट को कैसे कंट्रोल कर सकते हैं, जिसने शारीरिक गतिविधि को लगभग रोक दिया है? शारीरिक व्यायाम के अलावा, क्या कोई खाद्य पदार्थ है, जो पोषण और वजन के बीच संतुलन बनाए रखने में हमारी मदद कर सकता है? बनेगा स्वस्थ इंडिया पोडकास्ट की इस कड़ी में, हम मोटापे और पोषण पर सभी जवाब जानने के लिए पोषण और आयुर्वेदिक विशेषज्ञ तपस्या मुंद्रा से बात करेंगे.